हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में भक्तों ने दिल खोलकर दान किया है। जानें कि मां के दर्शनों के लिए आए श्रद्धालुओं ने कितना नकद चढ़ावा चढ़ाया और किन मंदिरों में सबसे अधिक राशि दान की गई।
ज्वालाजी मंदिर में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले में श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में 43 लाख 89 हजार 218 रुपए का नकद चढ़ावा चढ़ाया है। मंदिर अधिकार मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि नवरात्र में ज्वाला जी मंदिर में एक लाख 90 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका।
इस वर्ष श्रावण अष्टमी नवरात्रों के दौरान हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों में भक्तों ने दिल खोलकर दान किया है। पांच शक्तिपीठों में 15 लाख 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए, जिसमें से चार प्रमुख मंदिरों में कुल 4 करोड़ 3 लाख 25 हजार 965 रुपए का नकद चढ़ावा आया है। चामुंडा देवी मंदिर में चढ़ावे की गणना अभी बाकी है। भक्तों की अटूट श्रद्धा और भक्ति ने इन मंदिरों में धन वर्षा की है।
मंदिरों में चढ़ावे का विवरण
नयनादेवी मंदिर:
यहां 6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शीश नवाया और 1 करोड़ 85 लाख 39 हजार 254 रुपए का चढ़ावा चढ़ाया।
ज्वालामुखी मंदिर:
1 लाख 90 हजार भक्तों ने माथा टेका और 43 लाख 89 हजार 218 रुपए का नकद दान किया।
चिंतपूर्णी मंदिर:
इस मंदिर में 6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए और 1 करोड़ 55 लाख 69 हजार 133 रुपए का चढ़ावा अर्पित किया। दिलचस्प बात यह है कि यहां विदेशी मुद्रा भी मिली, जिसमें यूएसए के 2, यूएई के 10 और कनाडा के 5 डॉलर शामिल हैं।
बज्रेश्वरी देवी मंदिर:
60 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने यहां मां के दर्शन किए और 18 लाख 28 हजार 360 रुपए का नकद दान दिया।