हिमाचल प्रदेश के बड़सर उपमंडल के सकरोह गांव में संदिग्ध हालात में पिता-पुत्र की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई। एक का शव कमरे में मिला, जबकि दूसरे की लाश डैम से बरामद की गई।
एक ही दिन मिली दो लाशें, गांव में हड़कंप
हमीरपुर जिले के बड़सर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सकरोह गांव में मंगलवार को रहस्यमयी हालात में पिता-पुत्र की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 80 वर्षीय बुजुर्ग का शव जहां उनके घर के कमरे से सड़ी-गली अवस्था में मिला, वहीं उनका 50 वर्षीय बेटा लठियाणी डैम, जिला ऊना में मृत अवस्था में पाया गया। दोनों के शव एक ही दिन अलग-अलग जगहों से मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में चिंता और दहशत का माहौल बन गया है।
घर से बदबू आई तो खुला मामला
स्थानीय लोगों को सकरोह गांव के एक घर से तेज दुर्गंध आने पर शक हुआ। जब पास जाकर देखा गया तो पता चला कि घर के बाहर ताला लगा हुआ था। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जब ताला तोड़ा गया तो अंदर 80 वर्षीय मौजी राम का शव बुरी तरह सड़ चुका था। बताया जा रहा है कि मौजी राम अधरंग (paralysis) के मरीज थे और अकेले रहते थे। उनकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी थी और एक बेटा भी पहले चल बसा था।
छोटे बेटे की लाश डैम से बरामद
पुलिस जब जांच में जुटी, तो उसी शाम ऊना जिले के लठियाणी डैम में एक शव मिलने की सूचना मिली। जब जांच की गई तो पाया गया कि यह शव मौजी राम के छोटे बेटे का है, जिसकी उम्र लगभग 50 वर्ष थी। मृत बेटे का मोबाइल भी कई दिनों से बंद था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी प्रकार की चोट या हिंसा के निशान नहीं मिले हैं, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो गया है।
बड़ा सवाल: घर का ताला किसने लगाया?
इस दोहरी मौत की घटना में सबसे बड़ा रहस्य यह है कि घर के बाहर ताला किसने लगाया। मौजी राम अकेले थे, अधरंग के मरीज थे और चलने-फिरने में असमर्थ थे। ऐसे में अगर घर बंद था और बाहर से ताला लगा था, तो यह काम किसका था? क्या बेटे ने खुद ताला लगाया और फिर डैम में गया? या किसी तीसरे व्यक्ति की इसमें भूमिका है? पुलिस अब इस पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है।
पुलिस ने दोनों मामलों में केस दर्ज कर शुरू की जांच
हमीरपुर के एसपी भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि सकरोह गांव के इस मामले में पुलिस ने दोनों घटनाओं को गंभीरता से लिया है। बेटे का शव चूंकि ऊना जिले में मिला है, इसलिए वहां की पुलिस से भी समन्वय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए हर एंगल से जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट्स का इंतजार किया जा रहा है।
निष्कर्ष:
एक ही परिवार के दो सदस्यों की एक ही दिन दो अलग-अलग स्थानों पर मौत से पूरे क्षेत्र में दहशत और शोक की लहर है। ग्रामीणों और परिजनों के मन में कई सवाल हैं, जिनका जवाब पुलिस Police की जांच के बाद ही सामने आ सकेगा।