पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने सांसद कंगना रनौत को नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति में आने से पहले समाजसेवा की समझ जरूरी है। पढ़ें पूरी खबर और जानें शांता कुमार ने क्या कहा कंगना को।
मंडी आपदा पर शांता कुमार का दुख
पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने मंडी में हाल ही में आई आपदा को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कई लोग अपने घर-परिवार सहित मलबे में बह गए और जो बचे हैं, वे पूरी तरह लाचार और मायूस होकर जीवन जी रहे हैं।
राहत कार्यों की सराहना, लेकिन कंगना पर सवाल
शांता कुमार ने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार और कुछ समाजसेवी राहत कार्यों में जुटे हैं। मगर उन्हें इस बात पर हैरानी है कि सांसद कंगना रणौत और अन्य संपन्न लोग अब तक राहत कोष में कोई सहायता नहीं दे पाए हैं।
कंगना को दी समाजसेवा की सीख
उन्होंने कंगना रणौत की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह एक साधारण गांव की बेटी होते हुए भी फिल्म जगत में ऊंचा मुकाम हासिल कर चुकी हैं। अब जब वह राजनीति में आई हैं, तो उन्हें समाजसेवा की भावना और ज़रूरी बातें सीखनी होंगी।
राहत कोष में दान देने का आग्रह
शांता कुमार ने आग्रह किया कि कंगना न केवल स्वयं एक बड़ी रकम राहत कोष में दें, बल्कि फिल्म जगत के अपने अमीर दोस्तों से भी सहायता राशि जुटा कर राज्य को योगदान दें। उन्होंने राज्यसभा सहित सभी छह सांसदों से भी अपेक्षा जताई कि उनकी सांसद निधि राहत कार्यों में लगे।
समाज की एकजुटता ही आपदा का समाधान
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश के संपन्न राज्यों में गिना जाता है। यदि अधिकारी, कर्मचारी, नेता और अन्य सक्षम लोग राहत कोष में योगदान दें, तो करोड़ों रुपए इकट्ठा हो सकते हैं। इस भीषण आपदा में समाज की एकजुटता ही सबसे बड़ी पूजा है और यही सच्ची मानव सेवा है।