हिमाचल में नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स में देरी और घटिया निर्माण पर एनएचएआई की कार्यशैली सवालों के घेरे में। राज्य सरकार गडकरी से करेगी शिकायत। जानिए पूरा मामला।
अनिरुद्ध सिंह बोले— अफसरों की संपत्ति की पूरी जानकारी मेरे पास, सोलन में लोगों को बेघर कर भूल गई एजेंसी
हिमाचल प्रदेश के पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने एनएचएआई (NHAI) के अधिकारियों के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एनएचएआई के कई अधिकारियों ने सोलन जिला के बड़ोग में फ्लैट खरीदे हैं और कुछ ने प्रदेश में अन्य जगहों पर जमीनें भी खरीदी हैं। मंत्री ने दावा किया कि इन सभी लेनदेन की पूरी जानकारी और प्रमाण उनके पास मौजूद हैं, जिनका ब्यौरा वह जल्द ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सौंपेंगे।
“कहां से आया पैसा? – जवाब दें अधिकारी”
अनिरुद्ध सिंह ने सवाल उठाया कि सरकारी अफसरों के पास इतनी संपत्ति खरीदने के लिए पैसा कहां से आया? उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरी जांच की जरूरत है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कहीं फोरलेन निर्माण के नाम पर सरकारी व्यवस्था का दुरुपयोग तो नहीं हो रहा।
जाबली क्षेत्र में फोरलेन निर्माण से गिरे मकान, लोग अब किराए पर रहने को मजबूर
मंत्री ने सोलन जिला के जाबली क्षेत्र का भी जिक्र किया, जहां 2023 में फोरलेन निर्माण के चलते कुछ भवन गिर गए थे। इससे प्रभावित लोग अब तक किराए पर रहने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि कुछ पीड़ित उनके कार्यालय मिलने पहुंचे और कहा कि कई बार पुलिस से शिकायत करने के बावजूद कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
एसपी सोलन को फोन पर निर्देश, FIR के आदेश
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री ने एसपी सोलन को तुरंत फोन कर अधिकारियों के नाम सहित एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला अब केंद्रीय स्तर पर जाएगा और वह इसे लेकर स्वयं नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगे।
ईडी की कार्रवाई पर भी साधा निशाना
मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ईडी को एक राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है ताकि विपक्षी नेताओं को दबाया जा सके।