हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश और भूस्खलन से 113 स्कूलों को भारी नुकसान पहुंचा है। करोड़ों की सरकारी संपत्ति बर्बाद, शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर असर।
113 स्कूलों पर टूटी प्राकृतिक आपदा की मार
मंडी जिले में हालिया प्राकृतिक आपदा ने शिक्षा व्यवस्था को गहरा झटका दिया है। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जिले के 113 स्कूलों को गंभीर नुकसान पहुंचा है। इनमें कई स्कूलों के भवन अब असुरक्षित घोषित किए गए हैं, जबकि कुछ की सुरक्षा दीवारें और खेल मैदान पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। शिक्षा विभाग की टीम ने जिलाभर में नुकसान का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है।
87 सीनियर सेकेंडरी और 26 हाई स्कूल प्रभावित
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, प्रभावित स्कूलों में 87 वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल और 26 हाई स्कूल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, पांच स्कूलों को ‘मेजर डैमेज’ की श्रेणी में रखा गया है। कुल नुकसान का अनुमान ₹7.82 करोड़ से अधिक लगाया गया है। यह जानकारी शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा की ओर से गठित टीमों द्वारा तैयार रिपोर्ट में सामने आई है।
करसोग और सराज-दो ब्लॉक में हालात सबसे गंभीर
रिपोर्ट में करसोग और सराज-दो ब्लॉक को सबसे अधिक प्रभावित बताया गया है। यहां स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला कुट्टी (करसोग-1) और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बागी भनवास (सराज-2) के भवनों की स्थिति अत्यंत चिंताजनक पाई गई है। इसके अलावा सीसे स्कूल लाम शाफड़ भी आपदा की चपेट में आया है।
छात्रों की सुरक्षा के लिए वैकल्पिक स्कूलों में कक्षाएं
छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रभावित स्कूलों के बच्चों को नजदीकी प्राथमिक स्कूलों में स्थानांतरित किया गया है। जब तक मूल भवनों की मरम्मत या पुनर्निर्माण नहीं होता, तब तक कक्षाएं वैकल्पिक स्कूल भवनों में संचालित की जाएंगी।
क्षेत्रवार नुकसान का ब्योरा
मंडी जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में नुकसान का यह स्वरूप रहा:
- सराज: 26 स्कूल
- द्रंग: 15
- धर्मपुर: 11
- नाचन: 12
- बल्ह: 10
- सुंदरनगर: 9
- करसोग: 9
- सरकाघाट: 8
- जोगिंद्रनगर: 10
- सदर: 3
पांच स्कूलों को मेजर डैमेज, ₹1.49 करोड़ का नुकसान
जिला के पांच स्कूलों को ‘मेजर डैमेज’ श्रेणी में रखा गया है, जिनमें बागी भनवास, बगस्याड, लाम शाफड़, नारायणगढ़ और हाई स्कूल रीड़ (धर्मपुर) शामिल हैं। इन स्कूलों में अकेले ₹1.49 करोड़ का नुकसान हुआ है।