किन्नौर के जवान पुष्पेंद्र की असम में ड्यूटी के दौरान शहादत, पेड़ की टहनी गिरने से हुआ हादसा

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हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के जवान पुष्पेंद्र की असम में ड्यूटी के दौरान पेड़ की टहनी गिरने से दर्दनाक मौत हो गई। हादसा सेवा के दौरान हुआ, पूरे इलाके में शोक की लहर है।

असम में ड्यूटी के दौरान बलिदान हुए किन्नौर के नायक पुष्पेंद्र

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले की सांगला तहसील की पंचायत थैमगारंग के रहने वाले नायक पुष्पेंद्र नेगी, जो 19 डोगरा रेजीमेंट में तैनात थे, असम में ड्यूटी के दौरान बलिदान हो गए हैं। वह महज 29 वर्ष के थे।

 तेज हवाओं के कारण पेड़ की टहनी गिरने से हुआ दर्दनाक हादसा

जानकारी के अनुसार, ड्यूटी के दौरान अचानक तेज हवाएं चलने लगीं और एक पेड़ की भारी टहनी गिरने से पुष्पेंद्र इसकी चपेट में आ गए। यह हादसा इतना गंभीर था कि उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

 गांव में पसरा मातम, थैमगारंग सहित पूरे किन्नौर में शोक की लहर

जैसे ही सेना ने पुष्पेंद्र के बलिदान की सूचना उनके परिजनों को दी, पूरे गांव थैमगारंग और किन्नौर में शोक की लहर दौड़ गई। पंचायत प्रधान मनोहर देवी और उपप्रधान दीप कुमार ने घटना की पुष्टि की।

 असम से दिल्ली होते हुए पार्थिव शरीर पहुंचेगा पैतृक गांव

पंचायत प्रतिनिधियों के अनुसार, सेना पुष्पेंद्र की पार्थिव देह को असम से पहले दिल्ली और फिर चंडीगढ़ लाएगी। इसके बाद सेना के वाहन के माध्यम से उनका शव उनके पैतृक गांव थैमगारंग लाया जाएगा, जहां उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।

पत्नी, बेटा और माता-पिता को छोड़ गए पीछे

नायक पुष्पेंद्र अपने पीछे पत्नी कीर्ति नेगी, छह साल के बेटे एतिक, पिता महेंद्र नेगी और माता सरला को छोड़ गए हैं। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और गांववाले उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं।

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