कांगड़ा में एडवेंचर के नाम पर जानलेवा उड़ान, रोमांच बना मौत का कारण

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हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में रोमांच की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एडवेंचर जानलेवा साबित हो रहा है। एक बार फिर पैरा ग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों के दौरान लापरवाही मौत का कारण बन गई। जानें क्या हुआ इस खतरनाक उड़ान में।

कांगड़ा में रोमांच के नाम पर जोखिम, हादसों का इतिहास गवाह

हिमाचल प्रदेश की पर्यटन राजधानी माने जाने वाले कांगड़ा जिले में हवा में उड़ने का रोमांच कई बार मौत में बदल चुका है। पिछले दो दशकों में यहां 15 से ज्यादा बड़े हादसे हो चुके हैं, जिनमें विदेशी पायलटों के साथ टेंडम फ्लाइट में भी दुर्घटनाएं हुई हैं।

पैराग्लाइडिंग के लिए चार अधिकृत साइट्स, एक पेंडिंग में

पर्यटन विभाग के पास वर्तमान में कांगड़ा में चार मान्यता प्राप्त पैराग्लाइडिंग साइट्स हैं — बैजनाथ का बीड़-बिलिंग, धर्मशाला का इंद्रूनाग, ज्वालामुखी का बिल पट्टियां और चौथी साइट नरवाणा, जो फिलहाल रिन्यूअल प्रक्रिया में है और सेना के अधीन है।

लाइसेंसधारी पायलटों की संख्या 284, 150 प्रक्रिया में

अब तक कांगड़ा में 384 पायलटों ने पंजीकरण करवाया है, जिनमें से 284 को टेंडम फ्लाइट का लाइसेंस प्राप्त है। बाकी 150 पायलट प्रशिक्षण और एसआईजी (Special Interest Group) परीक्षण के बाद लाइसेंस पाने की प्रक्रिया में हैं।

बीड़-बिलिंग: खूबसूरत लेकिन खतरनाक

बीड़-बिलिंग भारत की पहली और विश्व की दूसरी सर्वश्रेष्ठ पैराग्लाइडिंग साइट मानी जाती है। लेकिन यह जितनी सुंदर है, उतनी ही जानलेवा भी साबित हुई है। बीते वर्षों में यह साइट एक दर्जन से ज्यादा पायलटों की जान ले चुकी है।

पर्यटन अधिकारी ने दी सुरक्षा की जानकारी

पर्यटन अधिकारी विनय धीमान के अनुसार, कांगड़ा में कुल चार साइट पंजीकृत हैं और उड़ानों के लिए मार्शल तैनात किए जाते हैं, जो नियमों की जांच के बाद ही उड़ान की अनुमति देते हैं। नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई होती है।

छह बार प्री-वर्ल्ड कप, एक बार वर्ल्ड कप की मेजबानी

बिलिंग घाटी में अब तक 6 बार प्री-वर्ल्ड कप और 1 बार वर्ल्ड कप (2015) का आयोजन हो चुका है। यह साइट धौलाधार की पहाड़ियों पर स्थित है, जहां से 200 किलोमीटर तक उड़ान भरना संभव है।

दो दशकों में हुए हादसों की खौफनाक लिस्ट

  1. 2004: केके टंडन (चंडीगढ़) की टेंडम फ्लाइट से गिरकर मौत
  2. 2009: रूस के डेनिस व फायल घायल, एक फ्री फ्लायर का शव मिला
  3. 2012: अमेरिका के 75 वर्षीय रॉन व्हाइट की मौत
  4. 2015: उज्बेकिस्तान के कोन्स्टेनटिन की मौत, UK की रूथ घायल
  5. 2016: रूस का पायलट एचटी लाइन की चपेट में आकर मरा
  6. 2018: सिंगापुर के कोक चांग की मौत, सेना के चार पायलट लापता
  7. 2020: छोटा भंगाल के युवक और फ्रांस के पायलट की मौत
  8. 2021: दिल्ली के रोहित भदोरिया की उड़ान के दौरान मौत
  9. 2025: जनवरी में अहमदाबाद की युवती और जुलाई में गुजराती टूरिस्ट की मौत

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