सरकार ने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) का मुख्यालय शिमला से धर्मशाला शिफ्ट करने की अधिसूचना जारी हो गई है। यह कार्यालय धर्मशाला होटल कश्मीर हाउस में चलेगा। कुछ दिन पहले जहां यह नया दफ्तर शिफ्ट हुआ है, उस होटल को निजी हाथों में देने का जिक्र भी सरकार ने ही किया था।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) का क्षेत्रीय संचालन अब धर्मशाला के कश्मीर हाउस से किया जा रहा है। यह कदम प्रशासनिक सुधार और पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
एचपीटीडीसी मुख्यालय शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित, सरकार का फैसला लागू
राज्य पर्यटन निगम का शिमला स्थित मुख्यालय आखिरकार धर्मशाला शिफ्ट कर दिया गया है। यह कार्यालय वर्षों से शिमला के रिज मैदान स्थित रिट्ज परिसर में कॉरपोरेट ऑफिस के रूप में संचालित हो रहा था। अब इसे राज्य सरकार के आदेश पर धर्मशाला के होटल कश्मीर हाउस में स्थानांतरित किया गया है, जहां यह स्थायी व्यवस्था होने तक काम करेगा। सोमवार को पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव देवेश कुमार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की।
कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने के तहत उठाया गया कदम
राज्य सरकार ने हाल ही में कांगड़ा को हिमाचल की टूरिज्म कैपिटल घोषित किया है। इसके बाद शिमला में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने और पर्यटन सुविधाओं का विकेंद्रीकरण करने के उद्देश्य से यह कार्यालय स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया, जिसे राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी।
भाजपा ने फैसले पर जताई नाराजगी, बताया दुर्भाग्यपूर्ण
मुख्यालय स्थानांतरण के फैसले का भाजपा ने कड़ा विरोध किया है। प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि यह हिमाचल के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक-एक कर शिमला से सभी दफ्तर हटाए जा रहे हैं। उनका कहना है कि शिमला का ऐतिहासिक महत्व लगातार कम किया जा रहा है और सरकार अपने फैसलों से उस विरासत को मिटा रही है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि सरकार पहले ही उस होटल को निजी हाथों में देने की बात कह चुकी है, जहां अब कार्यालय चलाया जाएगा।