अटल टनल (रोहतांग) वाहनों की आवाजाही के लिए खुली, पर मानसून के बीच कड़ी निगरानी जारी

लाहौल-स्पीति/कुल्लू, 23 जुलाई 2025: हिमाचल प्रदेश में जारी भारी मानसून के बीच, रणनीतिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण अटल टनल (रोहतांग) अभी भी वाहनों की आवाजाही के लिए खुली हुई है। यह टनल लाहौल घाटी के लिए एक जीवनरेखा बनी हुई है, लेकिन टनल के दोनों छोरों (मनाली और लाहौल छोर) पर सड़क की स्थिति पर प्रशासन और सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा लगातार कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मौसम की स्थिति में किसी भी अप्रत्याशित बदलाव या सड़क पर खतरे की स्थिति बनने पर यातायात को कभी भी रोका जा सकता है।

अटल टनल: एक ऑल-वेदर लाइफलाइन:

9.02 किलोमीटर लंबी यह अत्याधुनिक टनल, रोहतांग दर्रे का एक सुरक्षित और साल भर चलने वाला विकल्प प्रदान करती है। इसने मनाली और लाहौल-स्पीति के बीच यात्रा के समय को काफी कम कर दिया है और घाटी को सर्दियों में भी शेष देश से जोड़े रखती है। यह न केवल स्थानीय लोगों, सेना और व्यापारियों के लिए बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक बड़ी सुविधा है।

वर्तमान परिचालन स्थिति और चुनौतियाँ:

आज, 23 जुलाई 2025 को, अटल टनल से वाहनों की सामान्य आवाजाही जारी है। हालांकि, मानसून के मौसम में टनल के एप्रोच रोड्स पर कई चुनौतियां सामने आती हैं:

  • भूस्खलन और पत्थर गिरना: टनल के दक्षिणी पोर्टल (मनाली की ओर, धूंधी और सोलांग नाला के आसपास) और उत्तरी पोर्टल (लाहौल की ओर, सिस्सू के पास) पर भारी बारिश के कारण भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है।
  • सड़क पर पानी और मलबा: लगातार बारिश से सड़कों पर पानी भर जाता है और पहाड़ों से मलबा आ जाता है, जिससे फिसलन बढ़ जाती है और ड्राइविंग जोखिम भरी हो जाती है।
  • दृश्यता की कमी: भारी बारिश और बादलों के कारण कुछ क्षेत्रों में दृश्यता (visibility) कम हो जाती है, खासकर रात के समय।

प्रशासन और BRO की कड़ी निगरानी:

  • अटल टनल प्रबंधन और BRO की टीमें इन चुनौतियों से निपटने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।
  • सड़क की स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है और संवेदनशील स्थानों पर टीमें तैनात हैं।
  • किसी भी अवरोध को तुरंत हटाने के लिए भारी मशीनरी (जेसीबी आदि) तैयार रखी जाती है।
  • मौसम की जानकारी के आधार पर वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए टनल के प्रवेश द्वारों पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तैनात हैं।

यात्रियों के लिए सलाह और यातायात प्रतिबंध:

  • यात्रा से पहले जानकारी: यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा शुरू करने से पहले अटल टनल की नवीनतम स्थिति के बारे में कुल्लू या लाहौल-स्पीति पुलिस नियंत्रण कक्ष से जानकारी अवश्य लें।
  • अनावश्यक यात्रा से बचें: मौसम खराब होने पर अनावश्यक यात्रा से बचें।
  • रात में बचें: रात के समय टनल से यात्रा करने से बचें, क्योंकि अंधेरे में सड़क की स्थिति और खतरे को भांपना मुश्किल हो सकता है।
  • सुरक्षित ड्राइविंग: टनल के अंदर और बाहर दोनों जगह धीमी गति से और सावधानी से वाहन चलाएं।

भविष्य की अनिश्चितता:

मानसून की स्थिति अप्रत्याशित होती है। यदि भारी बारिश या भूस्खलन के कारण टनल के एप्रोच रोड्स पर कोई बड़ा खतरा पैदा होता है, तो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यातायात को किसी भी समय रोका जा सकता है।

फिलहाल, अटल टनल लाहौल-स्पीति और शेष हिमाचल के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी बनी हुई है, लेकिन मानसून की चुनौतियां बरकरार हैं।

News in English: Atal Tunnel (Rohtang) Open for Traffic, But Under Strict Vigilance Amidst Monsoon

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