हिमाचल आपदा: टूटे घर, उजड़े खेत– मुश्किल हुआ जीवन

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हिमाचल प्रदेश में हाल की प्राकृतिक आपदाओं ने कई गांवों में तबाही मचा दी है। घर जमींदोज हो गए, खेत और खलिहान उजड़ गए। जानिए कैसे प्रभावित परिवारों का जीवन संघर्षमय हो गया है।
सरकार बनाएगी वन टाइम पुनर्वास पॉलिसी
सराज में आपदा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए हिमाचल सरकार वन टाइम पॉलिसी लाने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने बगस्याड़ में आपदा प्रभावितों से मुलाकात के बाद बताया कि फसलों और बागबानी को हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा। सरकार सेब और फूलों की खेती में हुए नुकसान पर विशेष ध्यान देगी।

सराज में राहत व पुनर्वास कार्यों का जायजा

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल ने मंडी जिला के सराज क्षेत्र में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत व पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार ने तुरंत राहत के तौर पर 7 करोड़ रुपये जारी किए हैं।

बेघर हुए परिवारों को मिलेगा निर्माण अनुदान और किराया

सरकार आपदा में बेघर हुए परिवारों को घर बनाने के लिए 7 लाख रुपये तथा 6 माह तक 5000 रुपये प्रति माह मकान किराए के रूप में देगी।

गाद से भरे व असुरक्षित मकान होंगे पूर्ण क्षतिग्रस्त घोषित

जिन घरों में गाद भर गई है या जो असुरक्षित हैं, उन्हें “पूर्ण क्षतिग्रस्त” की श्रेणी में डाला जाएगा। साथ ही सामान और पशुधन का भी मुआवजा दिया जाएगा। राजस्व अधिकारियों को समस्त नुकसान का आकलन करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

13,353 से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच

सराज के थुनाग और जंजैहली क्षेत्रों में अब तक 13,353 से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है। 5527 रोगियों को घरों में आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध करवाई गई हैं।

बगस्याड़ में प्रसव सुविधा केंद्र स्थापित

बगस्याड़ में प्रसवपूर्व देखरेख और सुरक्षित प्रसव के लिए जन्म प्रतीक्षा गृह स्थापित किया गया है, जो ग्रामीण महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रहा है।

241 में से 167 पेयजल योजनाएं बहाल

थुनाग मंडल में जल शक्ति विभाग की 241 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई थीं, जिनमें से 167 योजनाएं अस्थायी रूप से बहाल की जा चुकी हैं।

बारिश का ऑरेंज अलर्ट फिर से बढ़ा चिंता

मौसम विभाग ने मंडी सहित कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना के चलते प्रशासन अलर्ट पर है।

अब तक बंटीं 3500 से ज्यादा राशन किट

सराज त्रासदी के बाद प्रशासन ने 6500 से ज्यादा तिरपाल और 3500 से अधिक राशन किट जरूरतमंद परिवारों को बांटे हैं। हालांकि, अभी भी नुकसान का सही आंकड़ा और लापता 17 लोगों का पता नहीं चल पाया है।

मंडी में 158 सड़कें और 88 ट्रांसफार्मर बंद

जिले में अभी 158 सड़क मार्ग, 88 बिजली ट्रांसफार्मर और 133 पेयजल योजनाएं ठप हैं। बहाली के लिए मशीनरी और संसाधन युद्ध स्तर पर लगाए जा रहे हैं।

चंडीगढ़-मनाली एनएच पूरी रात रहा बंद

चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर डेंजरस ब्लैक प्वाइंट के चलते पुलिस प्रशासन ने सोमवार रात मंडी से पंडोह तक मार्ग को बंद रखा। यात्रियों से वैकल्पिक मार्ग अपनाने की अपील की गई है।

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