मुख्यमंत्री ने ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और कई मामलों में मौके पर ही समाधान के निर्देश दिए। लोगों ने जताई संतुष्टि।
धनेटा में जन समस्याएं सुनकर दिए त्वरित समाधान के निर्देश
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को हमीरपुर जिले के नादौन विधानसभा क्षेत्र की धनेटा पंचायत में आयोजित ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं और संबंधित अधिकारियों को उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए।
धनेटा में CBSE स्कूल, विज्ञान कक्षाएं और कोएजुकेशन की घोषणा
मुख्यमंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धनेटा में आगामी शैक्षणिक सत्र से CBSE पाठ्यक्रम लागू करने की घोषणा की। साथ ही स्कूल को को-एजुकेशन संस्थान बनाने और विज्ञान विषय की कक्षाएं आरंभ करने की भी घोषणा की।
राजकीय कॉलेज में B.Ed और BCA कोर्स होंगे शुरू
राजकीय महाविद्यालय धनेटा में अब B.Ed और BCA कोर्स शुरू किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक कोर्सेज को बढ़ावा देने की बात कही, जिससे युवाओं को स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार के अवसर मिल सकें।
नादौन में नया कृषि विपणन केंद्र स्थापित होगा
कृषि क्षेत्र के विकास के लिए मुख्यमंत्री ने नादौन में एक नया कृषि विपणन केंद्र (Agriculture Marketing Centre) स्थापित करने की घोषणा की। इससे किसानों को उपज का बेहतर मूल्य और स्थानीय स्तर पर विपणन सुविधा मिल सकेगी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के शहीदों को श्रद्धांजलि, स्मारक द्वार की घोषणा
मुख्यमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में शहीद हुए अरविंद्र सिंह और सूबेदार कुलदीप चंद को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके गांवों में स्मारक द्वार बनाए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भूलेगी।
पूर्व भाजपा सरकार पर निशाना, शिक्षा में गिरावट का आरोप
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने बजट प्रावधानों के बिना सैकड़ों संस्थान खोलकर सिर्फ राजनीतिक लाभ की कोशिश की। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने स्कूलों का युक्तिकरण कर शून्य पंजीकरण वाले स्कूल बंद किए और शिक्षा गुणवत्ता को सुधारते हुए हिमाचल को देशभर में पांचवें स्थान पर पहुंचाया, जबकि भाजपा शासन में यह 21वें स्थान पर गिर गया था।
दल-बदलू नेताओं और राजनीति करने वालों को जनता ने दिया जवाब
सीएम सुक्खू ने कहा कि हिमाचल की जनता ने दल-बदल करने वालों को चुनावों में करारा जवाब दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनकी पत्नी कमलेश ठाकुर विधायक बनेंगी, परंतु जनता ने परिवारवाद के बजाय ईमानदार छवि को चुना।