हिमाचल के चंबा जिले में भारी बारिश और बादल फटने से भारी तबाही मची। कई घरों को नुकसान, सड़कें बंद, प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया।
आपदा से निपटने को प्रशासन अलर्ट मोड में
चंबा जिले में monsoon season के दौरान संभावित प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूस्खलन (landslides), बाढ़ (floods) और भारी बारिश की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने आपातकालीन सेवाओं में तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं।
Leave Cancelled: स्टेशन छोड़ना पूरी तरह मना
जारी आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि इस अवधि के दौरान कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अपने कार्यक्षेत्र (duty station) को नहीं छोड़ेगा। सभी को 24×7 standby mode में रहना होगा ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
Departments को आदेश की सख्ती से पालना करने को कहा
उपायुक्त ने सभी सरकारी विभागों के Heads of Departments (HODs) को आदेश दिए हैं कि वे अपने अधीनस्थ स्टाफ की उपस्थिति और तत्परता सुनिश्चित करें। कोई लापरवाही पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Section 34 के तहत आदेश जारी
यह आदेश Disaster Management Authority की धारा 34 के अंतर्गत जारी किए गए हैं, जिनका उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में बेहतर समन्वय, seamless public service delivery और समय पर राहत कार्यों को सुनिश्चित करना है।
हिमाचल प्रदेश का चंबा जिला एक बार फिर प्रकृति के कहर का शिकार हुआ है। रविवार रात को हुई मूसलधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने जिले में भारी तबाही मचाई। जगह-जगह भूस्खलन हुए, जिससे सड़कें बंद हो गईं और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।