हिमाचल में आपदाओं के बाद बिना किसी राज्य के अनुरोध के केंद्र सरकार ने विशेषज्ञ टीम भेजी। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि संकट की घड़ी में केंद्र सरकार हिमाचल के साथ मजबूती से खड़ी है।
हिमाचल में आपदा के बाद केंद्र का त्वरित एक्शन
हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं के कारण भारी नुकसान के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा कि केंद्र सरकार प्रदेश के साथ मजबूती से खड़ी है।
जेपी नड्डा ने बताया कि गृह मंत्रालय ने हिमाचल सरकार के किसी ज्ञापन का इंतजार किए बिना ही नुकसान का प्रत्यक्ष आकलन करने के लिए इंटर-मिनिस्ट्रीयल सेंट्रल टीम भेज दी। यह टीम न केवल आपदा के कारणों का वैज्ञानिक अध्ययन करेगी, बल्कि राहत और पुनर्वास के लिए ठोस सुझाव भी देगी।
NDRF, सेना और हेलीकॉप्टर तत्काल भेजे गए
जेपी नड्डा ने कहा कि NDRF, ITBP, सेना, और एयरलिफ्टिंग के लिए हेलीकॉप्टर केंद्र सरकार ने तुरंत हिमाचल को उपलब्ध करवाए। इससे राज्य में राहत कार्यों को तेजी से अंजाम दिया गया।
2006.40 करोड़ की राहत राशि स्वीकृत
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वर्ष 2023 में आई आपदाओं—बाढ़, landslide, और cloudburst—से प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास और पुनर्निर्माण के लिए ₹2006.40 करोड़ का राहत पैकेज मंजूर किया गया है।
इसमें से ₹451.44 करोड़ की पहली किस्त 7 जुलाई को ही राज्य को जारी कर दी गई। खास बात यह है कि इसके लिए प्रोजेक्ट प्रपोजल का भी इंतजार नहीं किया गया।
राज्य आपदा मोचन निधि से भी सहायता
इसके अलावा, 18 जून को केंद्र सरकार ने राज्य आपदा मोचन निधि (SDRF) के तहत ₹198.80 करोड़ की केंद्रीय हिस्सेदारी की पहली किस्त भी जारी की। केंद्र ने अन्य सभी राज्यों की तरह हिमाचल को भी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, सेना और वायु सेना की सहायता तत्काल रूप से दी है।
नड्डा बोले—हिमाचल अकेला नहीं है
जेपी नड्डा ने कहा,
“केंद्र सरकार हिमाचल के हर दुख-सुख में साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह खुद स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं। यह संवेदनशीलता हिमाचल के प्रति हमारे गहरे जुड़ाव को दर्शाती है।”