मंडी जिला के सराज क्षेत्र में आपदा पीडि़तों की मदद के लिए अब भारतीय सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सेना का एक दल शुक्रवार को सराज क्षेत्र में पहुंचा और पहले ही दिन दुर्गम क्षेत्र में प्रभावित लोगों को राशन सहित अन्य सामान पहुंचने का काम शुरू कर दिया।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद सेना ने आपदा राहत कार्यों का मोर्चा संभाला है। सेना के जवान दुर्गम क्षेत्रों में फंसे लोगों तक राशन और जरूरी सामान पहुंचा रहे हैं।
सेना ने संभाला राहत कार्यों का जिम्मा
मंडी जिले के सराज क्षेत्र में आपदा राहत कार्यों के लिए अब सेना को भी उतार दिया गया है। शुक्रवार को सेना का एक दल सराज पहुंचा और दुर्गम इलाकों में फंसे लोगों को राशन, पानी, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान पहुंचाने का काम शुरू कर दिया।
केंद्र सरकार भी सक्रिय, गृहमंत्री ने ली जानकारी
आपदा को लेकर केंद्र सरकार भी पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से फोन पर बातचीत कर प्रभावितों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
वायुसेना के हेलिकॉप्टर से राहत सामग्री की आपूर्ति
जिला मुख्यालय से जंजैहली के खनुखली हेलिपैड के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर के माध्यम से राहत सामग्री भेजी गई। पहली उड़ान में 40 राशन किट, 20 तिरपाल, 120 पानी की बोतलें, दवाइयों और कपड़ों के बॉक्स भेजे गए। मौसम खराब होने के कारण हेलिकॉप्टर को रैणगलू में उतारना पड़ा।
मौत का आंकड़ा पहुंचा 17, 56 अब भी लापता
शुक्रवार को रेस्क्यू टीम को लापता पार्वती देवी का शव बरामद हुआ, जिससे मृतकों की संख्या 17 हो गई है। हालांकि प्रशासनिक आंकड़ों में अब भी 15 मौतें ही दर्ज हैं। सराज, स्यांज और थुनाग क्षेत्रों से लापता 56 लोगों की खोजबीन जारी है।
सैकड़ों गांवों में बिजली बंद, सड़कें ठप
जिला में दो नेशनल हाईवे सहित 156 सड़कें बंद हैं, जिनमें अकेले सराज क्षेत्र की 41 सड़कें शामिल हैं। इसके अलावा 306 ट्रांसफार्मर ठप हैं, जिससे कई गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है।
रेड अलर्ट जारी, जनता से सतर्कता की अपील
मौसम विभाग शिमला ने मंडी जिले के लिए 6 जुलाई दोपहर से 7 जुलाई दोपहर तक रेड अलर्ट जारी किया है। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने नागरिकों से अपील की है कि वे नदियों, नालों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में जाने से बचें और पूरी सतर्कता बरतें।