हिमाचल में छह महीने बाद उपभोक्ता भंडार (डिपुओं) में फिर से रिफाइंड तेल मिलेगा। केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने के कारण इसकी कीमतों में इजाफा हुआ है, हालांकि यह बाजार से अभी भी सस्ता रहेगा।
छह महीने बाद सरकारी डिपो में फिर मिलेगा रिफाइंड तेल
हिमाचल प्रदेश के राशन डिपुओं में उपभोक्ताओं को छह महीने बाद दोबारा रिफाइंड तेल मिलने जा रहा है। लम्बे समय से रिफाइंड तेल की आपूर्ति बंद थी, लेकिन अब नई टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
बढ़ी कीमत, फिर भी बाजार से सस्ता
इस बार रिफाइंड तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। पहले जो तेल 110 से 120 रुपये प्रति लीटर मिलता था, अब वह 134 रुपये (एनएफएस और एपीएल परिवारों के लिए) और टैक्सपेयर को 144 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। हालांकि, यह बाजार रेट से अभी भी सस्ता है।
एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी बनी महंगाई की वजह
तेल की बढ़ती कीमत के पीछे केंद्र सरकार की बढ़ी हुई Excise Duty को मुख्य कारण बताया जा रहा है। इस बढ़ोतरी का सीधा असर आम जनता खासकर गरीब और लोअर मिडल क्लास की जेब पर पड़ेगा।
80% सरसों और 20% रिफाइंड तेल मिलता है डिपो में
खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के अनुसार सरकारी डिपो पर दो तरह का तेल सप्लाई किया जाता है—80 फीसदी सरसों और 20 फीसदी रिफाइंड। पिछली बार रिफाइंड का टेंडर मेच्योर न होने से इसकी आपूर्ति बंद थी।
जल्द शुरू होगी रिफाइंड तेल की आपूर्ति
विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में डिपो पर रिफाइंड तेल की सप्लाई शुरू हो जाएगी, लेकिन उपभोक्ताओं को इस बार पहले से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी।