डिप्टी मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पिपलू मेले को राज्य स्तरीय मेला घोषित करने की घोषणा की। जानिए इस फैसले से क्षेत्र के लोगों को क्या लाभ मिलेगा।
पिपलू मेला को मिला राज्य स्तरीय दर्जा, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने किया ऐलान
कुटलैहड़ (ऊना): कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में आयोजित ऐतिहासिक तीन दिवसीय पिपलू मेला इस बार विशेष भव्यता और उत्साह के साथ शुरू हुआ। शुभारंभ से पहले उपमुख्यमंत्री Mukesh Agnihotri ने बंगाणा से पिपलू तक भव्य Shobha Yatra में भाग लिया।
अब पिपलू मेला होगा राज्य स्तरीय
शोभायात्रा के समापन के साथ ही उपमुख्यमंत्री ने पिपलू मेले को राज्य स्तरीय दर्जा देने की घोषणा कर दी। इस घोषणा से स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में wave of happiness दौड़ गई। उन्होंने कहा कि यह मेला भविष्य में और भी भव्य स्वरूप में आयोजित होगा, जिसमें Himachali artists को प्राथमिकता दी जाएगी।
ऊना में तेजी से हो रहा है विकास कार्य – पेयजल और सिंचाई योजनाएं
डिप्टी सीएम ने बताया कि ऊना जिले में 18 पेयजल योजनाएं करोड़ों की लागत से तेज़ी से निर्माणाधीन हैं। इनमें से:
- ₹15.50 करोड़ की अप्पर कुटलैहड़ पेयजल योजना,
- ₹46 करोड़ की भरमौती से लोअर कुटलैहड़ सिंचाई योजना,
- ₹14.64 करोड़ की तुरकाल पंगा से ऊपर कुटलैहड़ पेयजल योजना प्रमुख हैं।
इस मौके पर स्थानीय विधायक विवेक शर्मा व उनकी धर्मपत्नी मृदु शर्मा भी उपस्थित रहीं।
विकास से जिन्हें “पेट दर्द” होता है, वे चूर्ण लें – विपक्ष पर तंज
विकास कार्यों पर प्रतिक्रिया देते हुए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा:
“ऊना में जब मेला और विकास होता है, तो कुछ नेताओं को पेट दर्द होने लगता है। उन्हें चूर्ण ले लेना चाहिए।”
उन्होंने जोर दिया कि ढाई वर्षों की कांग्रेस सरकार का कार्यकाल ऐतिहासिक रहा है, और जनता ने सरकार को खुलकर समर्थन दिया है। यह विपक्ष को बर्दाश्त नहीं हो रहा।
जिलाधीश की तारीफ
अंत में उन्होंने जिलाधीश ऊना की सराहना करते हुए उन्हें एक ऊर्जावान और समर्पित अधिकारी बताया, जिनके नेतृत्व में जिले में विकास तीव्र गति से हो रहा है।