हिमाचल में पुलिस भर्ती को लेकर बड़ा आरोप, परमार ने सुक्खू सरकार पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ और भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगाए हैं। जानिए पूरी जानकारी।
पुलिस भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवाल, प्रदेशभर में गड़बड़ी के आरोप
हिमाचल प्रदेश में चल रही पुलिस भर्ती प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है। ग्राउंड टेस्ट के बाद हुई लिखित परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। कई युवाओं का दावा है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है और इसको लेकर प्रदेशभर से लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने सरकार को घेरा
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रभारी और सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार ने पुलिस भर्ती प्रक्रिया को लेकर सुक्खू सरकार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हर बार जब कोई भर्ती निकलती है, तो प्रदेश के मेहनती युवा बड़ी उम्मीद के साथ तैयारी करते हैं, लेकिन आखिरी समय में धांधलियों के चलते उनका भविष्य दांव पर लग जाता है।
परीक्षा हॉल में खुलेआम नकल, बेटियों ने उठाई आवाज
विपिन परमार ने बताया कि अभ्यर्थियों में विशेषकर बेटियों ने शिकायत की है कि परीक्षा हॉल में कुछ उम्मीदवार समूह में बैठकर प्रश्नपत्र हल कर रहे थे, लेकिन उन्हें कोई नहीं रोक रहा था। इसके अलावा कई स्थानों पर मोबाइल डिवाइस के इस्तेमाल की भी बातें सामने आई हैं, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर बड़ा सवाल उठता है।
सुक्खू सरकार पर गंभीर आरोप, कार्रवाई के बजाय चुप्पी
विपिन परमार ने सख्त लहजे में कहा कि इतने गंभीर आरोपों के बावजूद सरकार की चुप्पी और कोई ठोस कदम न उठाना उनकी मंशा पर सवाल खड़ा करता है। उन्होंने मांग की कि सरकार को पूरे मामले की पारदर्शी जांच करवानी चाहिए और प्रदेश की जनता के सामने साक्ष्यों के साथ स्पष्टिकरण देना चाहिए। यह सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि हजारों मेहनती युवाओं के भविष्य का सवाल है।