हिमाचल प्रदेश में नर्सरी टीचर ट्रेनर्स की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस काम के लिए 14 निजी कंपनियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है जो जल्द ही योग्य स्टाफ उपलब्ध करवाएंगी। जानें पूरी प्रक्रिया और इसके तहत मिलने वाली सुविधाएं।
NTT की भर्ती प्रक्रिया 15 जून से शुरू
प्रदेश सरकार ने सरकारी प्राथमिक स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाओं के लिए Nursery Teacher Trainers (NTT) की भर्ती प्रक्रिया 15 जून से शुरू कर दी है। यह नियुक्तियां outsourcing model के तहत की जा रही हैं, जिससे योग्य उम्मीदवारों को निजी कंपनियों के माध्यम से स्कूलों में नियुक्त किया जाएगा।
स्टेट इलैक्ट्रॉनिक डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन को सौंपी ज़िम्मेदारी
NTT भर्ती के लिए राज्य सरकार ने Himachal Pradesh State Electronic Development Corporation (HPSEDC) के साथ समझौता किया है। यह निगम 14 निजी कंपनियों के साथ मिलकर पूरे प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा।
काउंसलिंग और इंटरव्यू का जिम्मा कंपनियों पर
भर्ती प्रक्रिया के तहत interview, counselling और selection सहित सभी कार्य निजी कंपनियां स्वयं करेंगी। शिक्षा विभाग का रोल केवल सूची में आए चयनित उम्मीदवारों के दस्तावेजों के district-level verification तक सीमित रहेगा।
ऊना जिले में 350 स्कूलों में चल रही प्री-प्राइमरी कक्षाएं
ऊना जिले में कुल 499 प्राथमिक स्कूल हैं, जिनमें से लगभग 350 स्कूलों में पहले से pre-primary classes संचालित की जा रही हैं। यहां पर भी NTT की नियुक्तियों से स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी।
सरकारी बयान:
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक सोम लाल धीमान ने बताया कि, “सरकार ने NTT की नियुक्तियों को लेकर पूरी प्रक्रिया शुरू कर दी है। HPSEDC के माध्यम से 14 authorized private agencies के द्वारा नर्सरी टीचर ट्रेनर्स को स्कूलों में उपलब्ध करवाया जाएगा।”