छात्रवृत्ति घोटाले (Scholarship Scam) में CBI (Central Bureau of Investigation) ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए छह नई FIR दर्ज की हैं। यह कार्रवाई देशभर में चल रहे fraudulent scholarship disbursement मामलों के संबंध में की गई है। आरोप है कि कई fake educational institutions और bogus students ने सरकारी योजनाओं का गलत लाभ उठाया है।
CBI सूत्रों के अनुसार, इन FIRs में manipulation of documents, identity fraud, और bank account misuse जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। जांच एजेंसी अब इन मामलों से जुड़े राज्यों और संस्थानों से दस्तावेज मांग रही है। इससे पहले भी सीबीआई ने इस घोटाले में कई संस्थानों और अधिकारियों से पूछताछ की थी।
CBI की बड़ी कार्रवाई: हिमाचल छात्रवृत्ति घोटाले में 6 नई FIR दर्ज
CBI ने हिमाचल प्रदेश में हुए ₹181 करोड़ के Scholarship Scam में बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 नई FIRs दर्ज की हैं। यह कार्रवाई उस वक्त हुई जब एजेंसी पहले ही इस घोटाले में एक detailed charge sheet दाखिल कर चुकी है। इन एफआईआर में unknown government officials समेत अन्य पर Prevention of Corruption Act, 1988 के तहत केस दर्ज किया गया है।
CBI Regional HQ, Shimla में दर्ज हुईं FIRs
ये सभी FIRs शिमला स्थित CBI Regional Headquarters में दर्ज की गई हैं। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि ये केस systemic corruption, scholarship fund misuse, और fake beneficiaries से जुड़े हुए हैं, जो कि केंद्र सरकार की छात्रवृत्ति योजनाओं को निशाना बना रहे थे।
Himachal, Punjab और Chandigarh में 6 ठिकानों पर छापेमारी
CBI की अलग-अलग 6 टीमें (CBI Teams) एक साथ हरकत में आईं और Himachal Pradesh में दो, Punjab में तीन, और Chandigarh में एक स्थान पर simultaneous raids कीं। इन छापों के दौरान एजेंसी को property-related records, fake documents और अन्य incriminating evidence हाथ लगे हैं।
आपत्तिजनक दस्तावेज कब्जे में, जांच तेज
CBI ने जिन दस्तावेजों को जब्त किया है, उनमें student data manipulation, forged approval letters, और bank transaction records शामिल हैं। इन दस्तावेजों के आधार पर अब एजेंसी इस पूरे घोटाले की financial trail की जांच कर रही है।