मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग के बहाल होने पर एक पांच साल के बच्चे ने रिबन काटकर इसका उद्घाटन किया। BRO द्वारा बहाल किए गए इस सामरिक मार्ग के खुलने से लद्दाख से संपर्क फिर से स्थापित हो गया है।
5 वर्षीय तेंजिन ने किया ऐतिहासिक उद्घाटन, सरचू में कटा रिबन
Himachal-Ladakh border पर स्थित सरचू (Sarchu) में लद्दाख के 5 साल के तेंजिन ने रिबन काटकर Leh-Manali Strategic Highway को आधिकारिक रूप से वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया है। यह उद्घाटन न केवल भावनात्मक था, बल्कि यह मार्ग के सामरिक महत्त्व को भी दर्शाता है।
BRO की ‘Himank Project’ और 70 RCC का रिकॉर्ड प्रयास
लेह की ओर से Border Roads Organisation (BRO) की Himank Project ने सरचू तक रोड बहाल की, जबकि दूसरी ओर 70 RCC (Road Construction Company) ने दारचा से सरचू तक 21 मार्च से snow clearance operation शुरू किया था। इस अभियान में 12 heavy machines और 80 skilled जवान लगातार काम में जुटे रहे।
5 महीने बाद फिर दौड़ेंगी गाड़ियां, Strategic रोड बहाल
करीब 5 months तक बंद रहने के बाद अब यह strategic Manali-Leh route पूरी तरह से ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। यह मार्ग सैनिकों की movement, रसद और नागरिक यातायात दोनों के लिए बेहद अहम है।
मनाली-लेह हाईवे: रोमांच और सुरक्षा का अद्भुत संगम
दुनिया के most adventurous roads में शुमार Manali-Leh Highway अब फिर से खुल गया है। बीआरओ ने कड़ी मेहनत और विषम परिस्थितियों के बावजूद इस बार पिछले वर्ष से एक हफ्ता पहले मार्ग को बहाल करने में सफलता प्राप्त की है। यह सड़क रोमांच प्रेमियों के लिए भी बेहद प्रसिद्ध है।
Baralacha La दर्रा भी बहाल, Deepak Project का बड़ा योगदान
Baralacha Pass (Baralacha La) को दोनों तरफ से बहाल करने के लिए Deepak Project के जवान जुटे हुए थे। जैसे ही दोनों छोर आपस में जुड़े, वैसे ही यह high altitude route पूरी तरह operational हो गया। यह मार्ग अब सैन्य और सिविल दोनों प्रकार के वाहनों के लिए खुल गया है।
अब लेह-कारगिल तक आसान होगी सप्लाई
मार्ग खुलने के साथ ही सेना की logistics supply to Kargil and forward posts अब पहले से कहीं ज्यादा तेज़ और सुविधाजनक हो जाएगी। हिमाचल और लद्दाख के बीच interstate connectivity फिर से स्थापित हो गई है।