पाकिस्तान द्वारा सीजफायर तोड़े जाने के बाद सेना और अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जवानों की छुट्टियां रद्द कर उन्हें वापस बुला लिया गया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा तनाव
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों के बाद देश में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। पाकिस्तान की ओर से हुए विफल मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद, देश के सभी सीमावर्ती और संवेदनशील इलाकों में सेना पूरी तरह अलर्ट पर है।
जवानों की छुट्टियां रद्द
सेना ने जवानों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी हैं और जो जवान छुट्टी पर हैं, उन्हें तुरंत यूनिट में वापस लौटने का आदेश दिया गया है। यह कदम किसी भी आपात स्थिति से निपटने और रणनीतिक तैयारियों को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
हाई अलर्ट पर सेना और अर्द्धसैनिक बल
सेना, ITBP, BSF और CISF समेत तमाम सुरक्षा बलों को सीमाओं, बांधों, पावर प्रोजेक्ट्स और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है। विशेष रूप से पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है।
तनाव के बीच लगातार मॉनिटरिंग
भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों ने राज्यों को आवश्यक सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। राज्यों के DGP और SP स्तर के अधिकारियों को विशेष बैठकें करने के लिए कहा गया है।
सेना की अपील
सेना ने आम जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। नागरिकों को भी सतर्क रहने और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन को देने को कहा गया है।