जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की फायरिंग में हिमाचल के सूबेदार मेजर पवन जरियाल वीरगति को प्राप्त हुए। वह दो महीने बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे।
शहादत से प्रदेश में शोक की लहर।
Shahpur (Himachal Pradesh) | May 10, 2025 —
‘जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सीमा पर तैनात हिमाचल प्रदेश के सूबेदार मेजर पवन जरियाल (उम्र 48 वर्ष) वीरगति को प्राप्त हो गए। वह कांगड़ा जिला के शाहपुर उपमंडल के सिहोलपुरी गांव के निवासी थे। सेना द्वारा उनके परिवार को इस दुःखद समाचार की फौरी सूचना दी गई है।
सेवा के अंतिम चरण में दी सर्वोच्च बलिदान
सूबेदार मेजर पवन जरियाल दो महीने बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही देश की सेवा करते हुए उन्होंने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। वह वर्षों से सेना में कार्यरत थे और सीमाओं की रक्षा में संलग्न थे।
पीछे छूट गया परिवार
बलिदानी पवन जरियाल अपने पीछे छोड़ गए हैं:
पिता: गरजो सिंह (पूर्व सैनिक)
पत्नी: सुषमा देवी
पुत्र: अभिषेक कुमार (प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटा)
पुत्री: अनामिका (कॉलेज में पढ़ाई कर रही हैं)
उनके पिता भी भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं, जिससे यह परिवार दो पीढ़ियों से देश सेवा में समर्पित रहा है।
प्रदेश में शोक की लहर
पवन जरियाल की शहादत की खबर फैलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय प्रशासन व पूर्व सैनिक संगठन उनके अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे हैं। लोगों की भारी भीड़ श्रद्धांजलि अर्पित करने उनके गांव पहुंच रही है।
श्रद्धांजलि:
“देश के लिए दिए गए इस सर्वोच्च बलिदान को हिमाचल और समस्त भारत कभी नहीं भूलेगा। वीर सपूत को भावभीनी श्रद्धांजलि। जय हिंद।”