बिट्टा ने खालिस्तान समर्थकों और बब्बर खालसा को पाकिस्तानी एजेंट बताया और कहा कि देश को बचाने के लिए पहले घर के गद्दारों से निपटना होगा।
खालिस्तानी और बब्बर खालसा को बताया पाकिस्तानी एजेंट
एंटी टेरेरिस्ट फ्रंट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने धर्मशाला में बयान देते हुए कहा कि खालिस्तानी समर्थक, बब्बर खालसा और अन्य देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोग असल में पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट हैं। ये लोग अन्य एजेंसियों के नाम का सहारा लेकर भारत में अस्थिरता फैलाने का काम कर रहे हैं।
देश को एकजुट होकर अंदरूनी दुश्मनों के खिलाफ खड़ा होना होगा
बिट्टा ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि देश के नागरिक, सरकार और सैन्य बल एकजुट होकर इन आंतरिक गद्दारों के खिलाफ सख्त रुख अपनाएं। केवल बाहरी दुश्मनों से नहीं, बल्कि अंदर के देशविरोधियों से भी कड़ा निपटना जरूरी हो गया है।
अब सेना को मिलनी चाहिए देश के अंदर कार्रवाई की छूट
उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि भारतीय सेना को देश के भीतर भी ऐसे देशद्रोही तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुमति मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने, देशविरोधी कंटेंट पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
पंजाब में भारत विरोधी नारों और सेना पर टिप्पणी को लेकर रोष
बिट्टा ने पंजाब के कुछ इलाकों में भारत विरोधी नारों और सेना के खिलाफ की जा रही झूठी बयानबाज़ी को लेकर भी गहरा आक्रोश जताया। उन्होंने कहा कि जो लोग नकली धर्म की आड़ में देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इंटरनेट मीडिया पर निगरानी और कार्रवाई की मांग
बिट्टा ने यह भी कहा कि इंटरनेट मीडिया पर जो लोग देशविरोधी वीडियो, पोस्ट या कंटेंट डाल रहे हैं, उन पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे कंटेंट को ट्रैक करके उनके खिलाफ कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
आतंकवादी हमलों की याद दिलाते हुए सख्त संदेश
बिट्टा ने संसद हमला, 26/11, और पहलगाम जैसे आतंकी हमलों की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने हमेशा सहन किया लेकिन अब और नहीं। उन्होंने कहा कि देश ने तब भी खून के आंसू पीकर सहा जब दिवाली पर पटाखे लेने गए लोग आतंकवाद का शिकार हुए। अब समय आ गया है कि भारत आंतरिक और बाहरी दोनों दुश्मनों को एक जैसा सबक सिखाए।