यह गिरोह प्रदेश के कई जिलों में चिट्टे की तस्करी को अंजाम दे रहा था। मामला उस समय सामने आया जब पुलिस ने सूचना के आधार पर गिरोह के एक मुख्य सप्लायर को बालूगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। आरोपी मोती शर्मा न्यू शिमला का रहने वाला है। इसके कब्जे से पुलिस ने 23.720 चिट्टा बरामद किया है।
शिमला पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 23 ग्राम चिट्टे के साथ मुख्य सप्लायर को गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई से चिट्टा गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। मामले की जांच जारी है।
शिमला पुलिस की बड़ी कामयाबी
शिमला पुलिस ने एक बार फिर नशा तस्करी करने वाले drug network का भंडाफोड़ किया है। इस बार पुलिस ने गिरोह के main supplier को चिट्टे (Heroin) के साथ गिरफ्तार किया है। यह गैंग हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में नशा फैला रहा था।
बालूगंज से हुई गिरफ्तारी
मामला तब सामने आया जब पुलिस को एक specific tip-off मिली, जिसके बाद बालूगंज थाना क्षेत्र में छापा मारा गया। वहां से न्यू शिमला निवासी आरोपी मोती शर्मा को पकड़ा गया, जिसके कब्जे से 23.720 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ।
अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े तार
पूछताछ के दौरान सामने आया कि यह गिरोह सिर्फ शिमला तक सीमित नहीं है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह एक interstate drug racket है, जिसका सरगना पंजाब के अमृतसर से ऑपरेट करता है। इस गिरोह के तार हिमाचल के कई जिलों से जुड़े हैं।
23 से अधिक तस्कर पुलिस की रडार पर
पुलिस ने चिट्टा तस्करी से जुड़े इस नेटवर्क में शामिल 23+ smugglers की पहचान कर ली है। आने वाले दिनों में इनकी भी गिरफ्तारियां संभावित हैं। जांच में मोबाइल डेटा और आरोपी की बातचीत के आधार पर further leads जुटाई जा रही हैं।
पंजाब से होते हुए हिमाचल तक फैला नेटवर्क
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी मोती शर्मा पंजाब के सीमावर्ती इलाकों से चिट्टे की खेप लाता था। इसके बाद वह नूरपुर, कांगड़ा, हमीरपुर और बिलासपुर होते हुए शिमला तक नशे की supply chain चला रहा था।
पहले भी हो चुकी हैं बड़ी कार्रवाइयां
शिमला पुलिस पहले भी पाकिस्तान बॉर्डर से जुड़े कई गिरोहों का भंडाफोड़ कर चुकी है। यह ताज़ा मामला बताता है कि नशा तस्करी पर continuous crackdown ज़रूरी है ताकि युवाओं को इस जहर से बचाया जा सके।