कोटखाई प्रकरण का फैसला 18 जनवरी को आएगा। हिरासत में मौत के मामले में आरोपी में पूर्व एसपी जैदी सहित नौ पुलिसकर्मी शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश के गुडिया रेप-मर्डर केस का फैसला 18 जनवरी को
हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित गुडिया रेप-मर्डर केस के तहत आरोपी नेपाली युवक की हिरासत में मौत मामले में चंडीगढ़ की सीबीआई की विशेष अदालत में सुनवाई पूरी हो गई है। अब इस केस में 18 जनवरी को फैसला आ जाएगा।
शिमला के पूर्व आईजीपी और नौ पुलिसकर्मी आरोपित
शिमला जिले के Kotkhai गांव में आठ साल पहले नेपाली युवक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध मौत के मामले में शिमला के पूर्व आईजीपी जहूर एच जैदी समेत नौ पुलिसकर्मी आरोपित हैं। चंडीगढ़ में सीबीआई की विशेष न्यायाधीश अलका मलिक की कोर्ट में बचाव पक्ष और सरकारी वकील के बीच बहस शुक्रवार को खत्म हो गई, जिसके बाद कोर्ट ने फैसले की तारीख तय कर दी।
गुडिया की लाश दो दिन बाद बरामद, बलात्कार और हत्या की वारदात
शिमला के Kotkhai के एक स्कूल की 16 साल की नाबालिग छात्रा गुडिया (काल्पनिक नाम) चार जुलाई, 2017 को लापता हो गई थी। लापता होने के दो दिन बाद जंगल से उसकी लाश बरामद हुई। गुडिया के साथ पहले बलात्कार किया गया था और फिर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की, जिनमें एक नेपाली युवक सूरज भी था।
सूरज की हिरासत में संदिग्ध मौत
Kotkhai थाने में सूरज की हिरासत में 18 जुलाई, 2017 को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पहले इस मामले की जांच पुलिस और एसआईटी कर रही थी, लेकिन लोगों का आरोप था कि पुलिस आरोपियों को बचाने में लगी हुई है।Initially, the investigation was handled by the police and SIT, but allegations surfaced accusing the police of protecting the actual culprits.
कोर्ट ने फैसले की तारीख तय की
अब सीबीआई की विशेष अदालत में इस मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है और कोर्ट ने 18 जनवरी को इस मामले में फैसला सुनाने की तारीख तय कर दी है। . The investigation has now highlighted potential corruption and mishandling of the case by local authorities, raising questions about the justice process.