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बरसाती जख्मों पर केंद्र से राहत की उम्मीद

बरसाती जख्मों को अब केंद्र से मरहम की आस

हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान हुई प्राकृतिक आपदा के नुकसान की भरपाई अब केंद्र सरकार से जुड़ गई है। एक टीम ने शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों का दौरा कर नुकसान की रिपोर्ट केंद्र को सौंपी है। 31 जुलाई और पहली अगस्त को हुई इस आपदा में 55 लोग लापता हुए थे, जिनमें से कई की तलाश अभी भी जारी है।

राज्य सरकार की ओर से, आपदा प्रबंधन विभाग ने इस वर्ष मानसून में 1360 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया है। पीडब्ल्यूडी को 633 करोड़, जलशक्ति विभाग को 540 करोड़ और अन्य विभागों को भी नुकसान हुआ है। इस बार प्रदेश में 600.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले साल की तुलना में 18% कम है।

केंद्र से राहत मिलने पर संबंधित विभागों को जल्दी मदद दी जाएगी, ताकि प्रभावित लोगों को समय पर राहत मिल सके। इस संकट के बीच, लापता व्यक्तियों के परिजनों को अभी तक कोई विशेष राहत नहीं मिली है, जिससे उनकी चिंताएं और बढ़ गई हैं।

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